नमस्कार दोस्तों आजकल लोग पैसे कमाने के लिए कई सारे रास्ते है। उनमेसे एक रास्ता शेयर मार्केट (Share Market) भी है जिसे स्टोक मार्केट (Stock Market) भी कहा जाता है। शेयर मार्केट एक एसी जगह है जहा लोग अपना पैसा invest करके पैसे कमाते है। लेकिन यहाँ पे पैसे खोने का भी जोखिम होता है, खास करके जो नए है शेयर मार्केट में। अगर आप शेयर मार्केट में नए हो तो आपके लिए ये पोस्ट Stock Market Beginner Tips बहुत ही लाभदायक है। आज हम इस टॉपिक के जरिये जानेंगे की invest करते समय कोनसी बाते ध्यान में रखे।
Tips For New Invester In Stock Market – A Beginner’s Guide – शेयर बाजार में नए निवेशकों के लिए टिप्स
- Online Broker
- How to choose Share Broker?
- Whom to choose as Deposit Participant?
- What to do if there is a complaint against companies broker or DP?
- What is the way to get information about companies?
- What does it take to open an account with a stockbroker?
Online Broker / ऑनलाइन दलाल
एक ऑनलाइन ब्रोकर वह है जो इलेक्ट्रॉनिक नेटवर्क पर सुरक्षा की खरीद और बिक्री की सुविधा प्रदान करता है। लेन-देन आमतौर पर ब्रोकर के स्वामित्व वाले ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म के माध्यम से किया जाता है।
ऑनलाइन ट्रेडिंग सुविधाजनक है, क्योंकि आप ऑर्डर दे सकते हैं, उद्धरण देख सकते हैं और कहीं से भी बदलाव कर सकते हैं। पारंपरिक ब्रोकर के माध्यम से ट्रेडिंग की तुलना में ऑनलाइन ट्रेडिंग अधिक लागत प्रभावी है।
जैसे-जैसे 21वीं सदी में वित्तीय सेवाओं का क्षेत्र आगे बढ़ा है, ऑनलाइन दलालों ने अपनी साइटों और मोबाइल ऐप पर शैक्षिक सामग्री सहित और अधिक सुविधाएँ जोड़ी हैं।
शेयर ब्रोकर का चुनाव कैसे करें? – How to select Share Broker?
बीएसई और एनएसई की वेबसाइट पर ब्रोकरों की सूची उपलब्ध है। इसके अलावा ब्रोकर भी अपनी जानकारियों अनेक माध्य में से प्रकाशित करवाते रहते हैं परंतु शेयर ब्रोकर का चुनाव करते समय उनका ट्रैक रिकॉर्ड जरूर लेना चाहिए और यदि वह आपके घर पर ऑफिस के निकट हो तो उसका चयन सुविधाजनक होगा। अब तो अनेक बैंक में ही ब्रोकरों का कारोबार करते हैं। उनमें से भी किसी को चुना जा सकता है।
डिपॉजिट पार्टिसिपेट के रुप में किस का चुनाव करें? – Whom to choose as Deposit Participant?
सामान्यतया, शेयरों में निवेश करने के लिए, आपको एक निवेश खाते की आवश्यकता होती है। जहां तक हो सके यदि आपका ब्रोकर ऐसे सेवा उपलब्ध कराता है। तो उसी से सेवा ले अथवा अपने घर या ऑफिस के निकट इस प्रकार की सेवा उपलब्ध करवाने वाले का अपना डीपी चुने।
अधिकांश बैंक डीपी है। उसमें से अपने पसंद के बैंक के पास डेबिट खाता खुलवाएं। उदहारण के लिए HDFC Bank, Kotak Bank, ICICI Bank, Axis Bank, Yes Bank, Bank Of India। आप अपने डिबेट और अकाउंट का रिकॉर्ड ठीक-ठाक रखें। उस को दी जाने वाली सूचना ठीक से रखें। अपने इंस्ट्रक्शंस स्लीप को संभाल कर रखें।
कंपनियों ब्रोकर या डीपी के विरुद्ध शिकायत है तो क्या करें? – What to do if there is a complaint against companies broker or DP?
कंपनियों के विरूद्ध शिकायत होने पर शेयर बाजार के इन्वेस्टर सर्विस विभाग के अंतरिक्ष से भी के संपर्क किया जा सकता है । ब्रोकर के विरुद्ध शिकायत होने पर शेयर बाजार में शिकायत की जा सकती है। और यदि शेयर बाजार का संतोषजनक समाधान ना करे तो उसकी शिकायत सेबी से भी की जा सकती है। डीपी के विरुद्ध शिकायत होने पर यह शिकायत डिपॉजिट के पास की जा सकती है। इस मामले में अंतिम पड़ाव सेबी ही है।
कंपनियों के बारे में जानकारी लेने का क्या रास्ता है? – What is the way to get information about companies?
शेयर ब्रोकर के पास खाता खुलवाने के लिए क्या करना पड़ता है / What does it take to open an account with a stockbroker?
शेयर ब्रोकरों को एक ग्राहक के रूप में आपको तमाम जानकारी देनी होती है। और एक करार पर हस्ताक्षर करने होते हैं तो अभी तुरंत ब्रोकर आपको एक यूनिक आईडेंटिफिकेशन नंबर देता है। इस प्रकार डीपी को भी अपनी जानकारी देनी होती है। विशेष बात यह है कि खाता खुलवाने के लिए आपको अपना इनकम टैक्स पैन परमानेंट अकाउंट नंबर देना जरूरी है। इसके बिना ब्रोकर के पास खाता नहीं खुलवाया जा सकता है। शेयर बाजार पर सौदा करने से रखने के लिए पेन आवश्यक हो गया है।
शेयर बाजार में पैन (Pan Card) का मतलब / What is Pan in Stock Market?
एक बात स्पष्ट रूप से समझ ले लेनी चाहिए कि शेयर बाजार में निवेश करने का सौदा करनी है। आईपीओ पर आवेदन करने के लिए अभी इनकम टैक्स परमानेंट अकाउंट नंबर आवश्यक है। इसी प्रकार शेयर बाजार में कारोबार करने के लिए डेबिट अकाउंट होना भी जरूरी है। पैन कार्ड के बिना डेबिट अकाउंट डेबिट खाता नहीं खुलवाया जा सकता है।
इसी प्रकार अब शेयर बाजार पर सौदा पैन नंबर के बिना संभव नहीं है। इनकम टैक्स के पिन नंबर का नाम सुनकर घबराने की आवश्यकता नहीं है। कंप्यूटर के इस युग में इनकम टैक्स संबंधी पारदर्शिता बढ़ गई है। इसलिए शेयर बाजारों का सौदा करने वाला निर्देशकों की संख्या की बहुत चिंता नहीं करनी चाहिए शेयरों पर मिलने वाले लाभांश को सरकार ने कर मुक्त रखा है। अर्थात कंपनी में अपने लाभ में शेयरधारकों को प्रति वर्ष लाभांश के रूप में जोड़ दीजिए उसमे कोई टैक्स नहीं लगता।
इसके अतिरिक्त शेयर बाजार में निवेश करने वाले निवेशकों को सरकार ने अन्य कई कर लाभ भी दिए हैं। शेयर धारक किसी के शेयर को जब इसके खरीदने के 12 महीने के अंदर बेचकर लाभ कमाता है। तो इस लाभ पर शॉर्ट टर्म कैपिटल लाभ कमाया जा सकता है। इसे लोंग टर्म कैपिटल गैन कहा जाता है और इस लाभ पर कोई कर नहीं लगता। इसका अर्थ यह हुआ कि जो निवेशक खरीदी गए शेरों को बाहर महीने के बाद बेचकर उस लाभ कमाते हैं तो इससे लाभ पर कोई कर नहीं लगता।
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